सुवाल भासा रो कोनी वजूद रो है
सुवाल भासा रो कोनी वजूद रो हैखम्मा घणी सा! ख्यातनाम साहित्यकार नानूराम संस्कर्ता कैया करता-"थेभूलरैयाक्यूंभासानै, जोमायड़राजस्थानीहै"पण आपां साचाणी मायड़ भासा नै भूल रैया हां. बजार री "जय हो" बिचाळै...
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पंचलड़ीकुण घाली आ राड़ भायलाकरलै आड़ी बाड़ भायलाइण बास मांय बसणो है तोजड़ना हुसी किवाड़ भायलाबत्तीसी बचणी मुस्कल हैचभका मारै जाड़ भायलादेस म्हारलो बूढो हुग्योडग-डग हालै नाड़ भायलाबिन बिरखा सूकी है खेतीकरी पड़ी...
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कहाणीखड़कोजगमग बजार । च्यारुंमेर च्यानणौ । भारी भीड़ । गाड़ी-घोड़ा मावै ई कोनी ।दियाळी रै मौकै लोग नूंवी जिनसां बपरावण सारु बजार में उमड़ जावै ।भांत-भंतीली दुकानां सजायोड़ी । कठै ई मिठाई, कठैई पटाखा,...
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